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Image by Leo Chane

आखिर क्यों मैंने उस शख्स को अकेले छोड़ दिया - तुषार गोयल


जब भी उस शख्स से उसके हाल-चाल पूछता हूँ

तो वो सिर्फ इतना ही कह देता है

" ठीक हूँ " और बातो को टाल देता है ।

लेकिन उसके इन शब्दों के पीछे उसने अपने दर्द को छिपाया होता है

जिन्हें वो कभी खुलकर नही बता पाता है ।

और रोज़ की तरह एक कमरे में बंद हो जाता है,

कभी खिड़कियों से ताक- झाँक करता है,

तो कभी शीशे में देख कर अपने अंदर के वजूद को निहार लिया करता है ,

खुद से ही सवाल करता रहता है

लेकिन कभी जवाब नही खोज पाता है

फिर खुद ही टूट जाता है

और जुड़ने के लिए किसी का साराह मांगता है

मगर उस सहारे के लिए कभी किसी से कह नही पाता और इसी तरह वो शख्स मुझको छोड़कर चला जाता है आज भी जब उसके घर के पास से गुज़रता हूँ

तो सोचता हूँ क्यों नही दिया मैने उसका साथ क्यों छोड़ दिया बीच मझधार में मैने उसका हाथ

काश अच्छे से समझ पाता आखिर था तो मेरा अपना ही ।

जब भी वो मुझसे बात करने की कोशिशें करता था

तो में उसे अपने कामयाबियों के किस्से सुना देता था ।

अब सोचता हूँ क्यों छोड़ दिया मेने उसे

क्यों उसके " ठीक हूँ " जबाब के पीछे उसके दर्द को समझने की कोशिश नही कर पाया

आखिर में कबसे इतना मतलबी हो गया ।