चल थोड़ी सी और बातें हम करें

चल थोड़ी सी और बातें हम करें,
इससे पहले कि हम बात कम करें।
गिले शिक्वे सारे रख के परे,
बीच की दूरियों को अब खत्म करें।
अफ़वाहें जो अपने बारे में फ़ैल रहीं हैं,
उन्हें साथ चबा कर हज़म करें।
बरसों बाद यह सोच कर रोना ना पड़े,
सोच कर रही बंद एक दूजे पर सितम करें।
ना तुम्हारी गलती है और शायद न ही मेरी,
तो फिर किस बात पे आंखें नम करें?
इससे पहले कि दूरियां हमें ख़तम करें,
चलो खुद के बीच की दूरियां ख़तम करें।
इससे पहले कि घाव कर जाए खामोशी अपनी,
असर फिर कोई दवा ना मरहम करे!
चल थोड़ी सी और बातें हम करें,
इससे पहले कि हम बातें कम करें।
- वैष्णवी बाजपेई